मनरेगा ने बदली किसान संतोष ध्रुव की किस्मत, 1.58 लाख की डबरी से मछली पालन कर कमाए 01 लाख रुपए

मनरेगा ने बदली किसान संतोष ध्रुव की किस्मत, 1.58 लाख की डबरी से मछली पालन कर कमाए 01 लाख रुपए



मुंगेली। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूती देने में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में विकासखंड लोरमी के ग्राम नवलपुर के किसान श्री संतोष ध्रुव के जीवन में मनरेगा के माध्यम से बड़ा परिवर्तन आया है। किसान की निजी भूमि पर 1.58 लाख रुपए की लागत से डबरी निर्माण स्वीकृत किया गया था। वर्षों से सिंचाई के अभाव से जूझ रहे संतोष ध्रुव के लिए यह डबरी जीवन बदलने वाला साबित हुई। 

 पहले संतोष ध्रुव वर्षा आधारित खेती पर निर्भर थे, जिससे गर्मियों में खेत सूख जाते थे और उत्पादन में कमी आती थी। अतिरिक्त आय की कोई व्यवस्था नहीं थी। समस्या को देखते हुए उन्होंने ग्राम पंचायत से डबरी निर्माण की मांग की। प्रस्ताव स्वीकृत होने पर तकनीकी दल के मार्गदर्शन में पंचायत द्वारा निर्माण कार्य पूरा कराया गया। डबरी तैयार होने के बाद किसान ने वर्षा जल को संरक्षित कर मछली पालन शुरू किया और लगभग 01 लाख रुपए की अतिरिक्त आय प्राप्त की। इसके साथ ही डबरी के मेड़ पर सब्जी उत्पादन भी शुरू किया, जिससे परिवार की सब्जी आवश्यकता घर पर ही पूरी हो रही है। संतोष ध्रुव ने इस पहल के लिए शासन-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। 

कलेक्टर कुन्दन कुमार ने बताया कि हितग्राही मूलक डबरी निर्माण से किसानों को सिंचाई, कृषि और अतिरिक्त आय के अवसर मिल रहे हैं। मनरेगा ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने का प्रभावी माध्यम बन चुका है। श्रमिकों को रोजगार के साथ मजदूरी का सीधा लाभ भी प्रदान किया जा रहा है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पांडेय ने कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में ग्रामीण परिवारों की आजीविका में स्थायी सुधार सुनिश्चित करने लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में पात्र किसानों को मनरेगा अंतर्गत डबरी, पशु शेड, बकरी शेड, मुर्गी शेड, सूअर शेड और कुआँ जैसी हितग्राही मूलक कार्यों की स्वीकृति प्रदान की जा रही है। 

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